क्या नीतीश कुमार भारत के अगले उपराष्ट्रपति बन सकते हैं?

 

क्या नीतीश कुमार भारत के अगले उपराष्ट्रपति बन सकते हैं? 

🔶 प्रस्तावना:

नीतीश कुमार, जो वर्तमान में बिहार के मुख्यमंत्री हैं और जेडीयू (जनता दल यूनाइटेड) के प्रमुख नेता भी हैं, उनके नाम को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर उपराष्ट्रपति पद के लिए चर्चाएं तेज़ हो गई हैं। एनडीए (भाजपा नीत गठबंधन) में हालिया वापसी के बाद यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि उन्हें सम्मानजनक विदाई या नई भूमिका देने के लिए उपराष्ट्रपति बनाया जा सकता है।


क्यों बन सकते हैं नीतीश कुमार उपराष्ट्रपति?

1. एनडीए में संतुलन का चेहरा

  • भाजपा को एक ऐसा नेता चाहिए जो गैर-भाजपा होने के बावजूद NDA के भीतर सम्मानित हो।

  • नीतीश की "सॉफ्ट सेक्युलर" और अनुभवी छवि उन्हें इस पद के लिए उपयुक्त बनाती है।

2. राजनीतिक अनुभव

  • 8 बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे हैं।

  • रेल मंत्री, कृषि मंत्री और केंद्र सरकार में कई पदों पर रह चुके हैं।

  • संसदीय कार्यप्रणाली और संवैधानिक प्रणाली को गहराई से समझते हैं।

3. क्षेत्रीय और सामाजिक संतुलन

  • नीतीश कुमार पूर्वी भारत (बिहार) से आते हैं और पिछड़ा वर्ग (OBC) से भी हैं।

  • उपराष्ट्रपति पद के ज़रिए भाजपा बिहार में एक बड़ा संदेश देना चाहती है।

4. NDA के लिए सम्मानजनक विदाई का अवसर

  • 2025 में बिहार विधानसभा चुनाव हैं। भाजपा अब अपने दम पर नेतृत्व करना चाहती है, ऐसे में नीतीश को दिल्ली शिफ्ट करना दोनों के लिए मुफ़ीद हो सकता है।


क्यों नहीं बन सकते? (चुनौतियाँ)

1. नीतीश कुमार का मनोबल और महत्वाकांक्षा

  • अब भी खुद को सक्रिय राजनीति में मानते हैं।

  • क्या वह अब राजनीतिक रूप से सेवानिवृत्त होकर औपचारिक पद पर जाना चाहेंगे?

2. भाजपा के भीतर विरोध

  • भाजपा के कुछ नेता नीतीश कुमार को "विश्वसनीय" नहीं मानते क्योंकि वे बार-बार पाला बदल चुके हैं।

  • भाजपा शायद किसी पूर्णतः अपने नेता को ही यह पद देना चाहे।

3. राज्यसभा के संचालन की भूमिका

  • उपराष्ट्रपति भारत के राज्यसभा के सभापति भी होते हैं। यह भूमिका केवल सम्मानजनक नहीं बल्कि जटिल और राजनीतिक भी होती है।


🗳️ क्या संख्या बल है?

  • उपराष्ट्रपति का चुनाव सांसदों (लोकसभा + राज्यसभा) द्वारा किया जाता है।

  • वर्तमान में भाजपा और एनडीए के पास पर्याप्त बहुमत है।
    👉 अगर भाजपा नीतीश को उम्मीदवार बनाती है, तो उनकी जीत लगभग तय मानी जा सकती है।


📌 निष्कर्ष:

हाँ, नीतीश कुमार भारत के अगले उपराष्ट्रपति बन सकते हैं अगर भाजपा उन्हें उम्मीदवार बनाना चाहे और वह खुद इसके लिए तैयार हों।
यह भाजपा के लिए एक रणनीतिक संतुलन और नीतीश के लिए सम्मानजनक विदाई हो सकती है।


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